कक्षा 10 भूगोल इकाई 1 (घ) खनिज संसाधन Note In Hindi | Class 10 Geography Khanij Sansadhan | Social Study Geography Notes

कक्षा 10 भूगोल इकाई 1 (घ) खनिज संसाधन Note In Hindi | Class 10 Geography Khanij Sansadhan | Social Study Geography Notes
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आज हम Bihar Board class 10th geography chapter 1 भारत : संसाधन एवं उपयोग इकाई के खण्ड – ‘घ’- खनिज संसाधन  के बारे में पढेंगे . इसमें हमने  खनिज संसाधन  अध्याय का सरल शब्दों में नोट्स लिखा है , 10th class Geography Notes, BSEB class 10 Sansadhan evam upyog, class 10th Geography

सामाजिक विज्ञान (SOCIAL SCIENCE)
अध्याय – खनिज संसाधन

कक्षा – 10 (नोट्स)

खनिज (Minerals) :  पृथ्वी के अन्दर उपस्थित ऐसे मूल्यवान पदार्थ , जिनकी एक निश्चित आंतरिक संरचना होती है , उन्हें खनिज कहा जाता है | अथवा , तत्वों के संयोग से बने पदार्थों को खनिज कहा जाता है |

खनिज संसाधन अनवीकरणीय होते हैं |

➣ विश्व में लगभग 2000 प्रकार के खनिजों की पहचान की जा चुकी है |

➣  भारत में लगभग 100 प्रकार के खनिजों का उत्पादन किया जाता है |

✯ चट्टान (rocks) : खनिजों के ऐसे संग्रह को चट्टान कहा जाता है , जिनसे स्थलमंडल का निर्माण हुआ है | 

➣ चट्टान मुख्यतः तिन प्रकार के होते हैं : 

  1. अग्निय चट्टान (Igneuos Rock)
  2. अवसादी चट्टान (Sedimentory Rock)
  3. रूपांतरित चट्टान (Metamorphic Rock)

khanij sansadhan

✯ धात्विक खनिज : 

ऐसे खनिज जिनसे धातु की प्राप्ति संभव हो , उसे धात्विक खनिज कहा जाता है |

  गुण :- 

  1. ये विद्युत् एवं ऊष्मा के सुचालक होते हैं |
  2. ये खनिज चमकीले होते है |
  3. इनकी प्राप्ति अग्नेय चट्टानों से होती है |

➣ धात्विक खनिज दो प्रकार के होते हैं –

(i) लौहयुक्त खनिज : – जिन धात्विक खनिजों में लोहे का अंश आधिक पाया जाता है, वे लौहयुक्त खनिज कहलाते हैं |

जैसे – लौह-अयस्क , मैंगनीज , निकिल, टंग्स्टन इत्यादि |

(ii) अलौह्युक्त खनिज : – जिन धात्विक खनिजों में लोहे का अंश न्यून या नहीं होता है , वे अलौह्युक्त खनिज कहलाते हैं | 

जैसे – सोना , चांदी , शीशा , बॉक्साइट , टिन इत्यादि |

✯ अधात्विक खनिज : 

ऐसे खनिज जिनसे धातु की प्राप्ति संभव न हो , उसे अधात्विक खनिज कहा जाता है |

   गुण :-  

  1. ये विद्युत् एवं ऊष्मा के कुचालक  होते हैं |
  2. इनमे चमक नहीं होती है |
  3. इनकी प्र[i अवसादी चट्टानों से होती है |

➣ अधात्विक खनिज दो प्रकार के होते हैं – 

(i) कार्बनिक खनिज :- इसमें जीवाश्म होते हैं | ये पृथ्वी में दबे प्राणी एवं पादप जीवों  के परिवर्तन होने से बनते हैं | 

जैसे – कोयला , पेट्रोलियम आदि |

(ii) अकार्बनिक खनिज :- इनमे जीवाश्म नहीं होते हैं |

जैसे – अभ्रक , ग्रेफाइट आदि |

✯ धात्विक खनिज एवं अधात्विक खनिज में अंतर : 

धात्विक खनिज

अधात्विक खनिज

1. धात्विक खनिज को गलने पर धातु प्राप्त होता है |

2.ये कठोर एवं चमकीले होते हैं |

3. ये प्रायः अग्नेय चट्टानों में मिलते है |

4. इन्हें पीट कर तार बनाया जा सकता है | ये पीटने पर नहीं टूटता है |

1. अधात्विक खनिज को गलने पर धातु प्राप्त नहीं हो सकता है |

2. इनकी अपनी चमक होती है |

3. ये प्रायः परतदार चट्टानों में मिलते है |

4. इन्हें पीटकर तार नहीं बनाया जा सकता | ये पीटने पर चूर – चूर हो जाता है |  

✯ अयस्क (Ores) : 

ऐसे खनिज , जिनसे धातुओं को सुगमतापूर्वक एवं कम खर्च पर प्राप्त किया जा सके , उसे अयस्क कहा जाता है |

Note :- सभी अयस्क खनिज होते हैं , लेकिन सभी खनिज अयस्क नहीं होते है |

अयस्क

धातु

1.       हेमाटाइट

2.       मैग्नेटाइट

3.       लिमोनाइट

4.       सिडेराइट

5.       बॉक्साइट

6.       रोडोनाइट

7.       पाइरोलुसाइट

8.       क्यूप्राइट

लोहा

लोहा

लोहा

लोहा

एल्युमिनियम

मैंगनीज

तांबा

तांबा

✯ खनिजों की विशेषता : 

  1. खनिज अनवीकरणीय संसाधन होते हैं |
  2. कम मूल्यवान खनिज अधिक मात्रा में प्रकृति में उपलब्ध हैं |
  3. अधिक मूल्यवान खनिज कम मात्रा में उपलब्ध है | 

✯ लौह – अयस्क : 

लौह – अयस्क को “उद्योगों की जनन” कहा गया है  |

➣ भारत विश्व का लगभग एक – चौथाई (25%) लौह – अयस्क का उत्पादन करता है |

➣  लौह – अयस्क चार प्रकार के होते हैं –

  1. हेमाटाइट – 68% लोहांश – लाल अयस्क 
  2. मैग्नेटाइट – 60% लोहांश – काला अयस्क 
  3. लिमोनाइट – 40% लोहांश – पिला अयस्क 
  4. सिडेराइट – 30% लोहांश – भूरा अयस्क 

✯ भारत के प्रमुख लौह – अयस्क उत्पादक राज्य :

  1. कर्नाटक – 25% 
  2. छत्तीसगढ़ – 20% 
  3. ओडिशा – 19% 
  4. गोवा  – 16%
  5. झारखण्ड  – 15%

भारत का सबसे बड़ा लौह – अयस्क उत्पादक राज्य कर्नाटक है | 

➣ झारखण्ड के प्रमुख लौह – अयस्क उत्पादक जिले  – पूर्वी सिंहभूम , पश्चिम सिंहभूम , सरायकेला , पलामू , धनबाद , राँची , हजारीबाग 

✯ मैंगनीज (Manganese)  :

मैंगनीज एक लौह – युक्त खनिज है |

➣ मैंगनीज को भूरा हिरा की संज्ञा दी गयी है |

➣ मैंगनीज के उत्पादन के मामले में भारत का स्थान विश्व में तीसरा है | प्रथम स्तःन रूस तथा दुसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका है |

➣  मैंगनीज के संचित भंडार के मामले में भारत का स्थान विश्व म दूसरा है | प्रथम स्थान पर जिम्बावे है |

➣  भारत में मैंगनीज का सर्वाधिक उत्पादक ओडिशा राज्य में होता है |

खनिज संसाधन Note In Hindi

  मैंगनीज के उपयोग : 

  1. लौह – इस्पात के निर्माण में |
  2. शुष्क सेल बनाने में |
  3. दियासलाई उद्योग में |
  4. चमड़ा उद्योग में |
  5. फोटोग्राफी में |
  6. पेंट तथा कीटनाशक दवाओं में |

✯ तांबा (Copper) :

तांबा एक अलौह धतिविक खनिज है |

➣ भारत में तांबा प्रगालन का एक मात्र संस्था HCL (हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड ) है |

➣ HCL के दो केंद्र है – 

  1. राजस्थान के झुनझुन जिला के खेतड़ी में |
  2. झारखण्ड के घाटशिला में |

➣ भारत की सबसे पुराणी तांबा की खान खेतड़ी में स्थित है |

  तांबा के उपयोग :

  1. विद्युत् तार बनाने में |
  2. विद्युत् उपकरणों में |
  3. सिक्का बनाने में |
  4. बर्तन बनाने में |
  5. मिश्रधातु बनाने में | उदा० = पीतल + तांबा = जस्ता , कांसा + तांबा = टिन

✯ बॉक्साइट (Bauxite) :

बॉक्साइट एक अलौह धात्विक खनिज है |

➣ बॉक्साइट से एलुमीनियम धातु की प्राप्ति होती है |

➣ भारत में बॉक्साइट का सर्वाधिक उत्पादन ओडिशा राज्य में होता है |

  बॉक्साइट के उपयोग :

  1. वायुयान का ढाँचा बनाने में |
  2. जलयान की पेंदी बनाने में |
  3. बर्तन बनाने में |
  4. विद्युत् तार बनाने में |
    घरेलु साज – सज्जा में |
  5. सफ़ेद सीमेंट के निर्माण में |

✯ अभ्रक (Mica) : 

➣  अभ्रक एक अधात्विक खनिज है |

➣  अभ्रक के तीन प्रकार है –

  1. मस्कोव्हाइट
  2. बायोटाइट
  3. फ्लोगोफाइट

➣  सर्वोच्च कोटि का अभ्रक मस्कोव्हाइट है , जिसे “बंगाल रूबी” या “रूबी अभ्रक” भी कहा जाता है |

➣ भारत विश्व का एक अग्रणी अभ्रक उत्पादक देश है |

➣  बिहार और झारखण्ड देश का लगभग 80% अभ्रक का उत्पादन करता है |

  अभ्रक के उपयोग :

  1. विद्युत् उपकरणों में विद्युतरोधी के रूप में  | 
  2. अबीर बनाने में |
  3. आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में |

✯ चूना – पत्थर (Lime Stone) : 
चूना – पत्थर एक अधात्विक खनिज है |

➣ भारत में चूना – पत्थर का सर्वाधिक उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है |

➣ सीमेंट – उद्योग का प्रमुख कच्चा – माल चूना -पत्थर है |

  चूना – पत्थर  के उपयोग :

  1. सीमेंट उद्योग में |
  2. लौह – इस्पात उद्योग में |
  3. कागज उद्योग में |
  4. चीनी उद्योग में |
  5. उर्वरक उद्योग में |

✯ भारत के प्रमुख खनिज पेटी : 

  1. उत्तर – पूर्वी पत्थर 
  2. दक्षिणी – पश्चिमी पत्थर 
  3. उत्तर – पश्चिम प्रदेश 
  4. हिमालय क्षेत्र 

➣ भारत के कर्नाटक राज्य के कोलर की खान से सोना का उत्पादन किया जाता है |

➣  1 टन इस्पात बनाने में लगभग 10 Kg मैंगनीज की आवश्यकता होती है |

➣ देश में तांबा का कुल भंडार लगभग 5 करोड़ टन है | 

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